ऋचा चड्ढा के विवादित ‘गलवान’ पोस्ट पर बढ़ा विवाद, दर्ज हुई शिकायत
दिल्ली के एक वकील ने गुरुवार को दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा के पास बॉलीवुड अभिनेत्री ऋचा चड्ढा के खिलाफ उनके ‘गलवान’ ट्वीट पर शिकायत दर्ज कराई। ट्वीट में उन्होंने उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी के बयान पर प्रतिक्रिया दी थी। सोशल मीडिया पर वायरल हुआ कि भारतीय सेना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को वापस लेने जैसे आदेशों को अंजाम देने के लिए तैयार है। उत्तरी कमान के कमांडिंग-इन-चीफ के बयान पर एक पोस्ट साझा करते हुए ऋचा ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, गलवान सेज हाय। हालांकि, बाद में उन्होंने ट्वीट डिलीट कर दिया।
अपनी शिकायत में एडवोकेट विनीत जिंदल ने कहा कि 23 नवंबर को चड्ढा ने सेना और उसके बलिदान का मजाक उड़ाया है। ऋचा चड्ढा ने उस घटना का इस्तेमाल किया, जहां भारतीय सैनिक बिना किसी हथियार के चीनी सेना से लड़े और उन्हें पीछे धकेलने में कामयाब रहे, उनका मजाक उड़ाया। वह गलवान घाटी में हमारे सैनिकों के बलिदान का उपहास उड़ा रही हैं जो शर्मनाक है। ऋचा चड्ढा का बयान भड़काऊ है और सेना के प्रति उनके अनादर को दर्शाता है। उन्होंने आईपीसी की धारा 126, 505 के तहत अपराध किए हैं, जो गंभीर प्रकृति के हैं। मैं आपसे उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और सख्त कानूनी कार्रवाई करने और उसे गिरफ्तार करने का अनुरोध करता हूं।
वहीं अब ऋचा चड्ढा ने अपने इस ट्वीट को लेकर माफी मांग ली है। ऋचा चड्ढा ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा-मेरी मंशा किसी को ठेस पहुंचाने की नहीं थी। अगर मेरे कहे तीन शब्दों से किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं माफी मांगती हूं। अगर अनजाने में भी मेरे शब्दों ने किसी की भावनाओं को ट्रिगर किया तो मैं उसके लिए माफी मांगती हूँ। मेरे नाना जी खुद फौज में लेफ्टिनेंट कर्नल की पोस्ट पर थे।
1960 में भारत-चीन की लड़ाई में उनके पैर में गोली लगी थी। मेरे मामा भी पैराट्रूपर थे। ये मेरे खून में है। अगर सेना में कोई शहीद होता है तो उससे पूरी फैमिली अफेक्ट होती है। यहां तक कि अगर कोई सेना में घायल होता है तो भी वह बहुत दर्दनाक होता है। ये मेरे लिए एक भावनात्मक मुद्दा है। उल्लेखनीय है कि साल 2020 में भारतीय सेना और चीन के सैनिकों के बीच गलवान में झड़प हुई थी। इस झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे।
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