धनतेरस पर सर्वार्थ सिद्धि योग में करें सोने-चांदी की खरीददारी, मां लक्ष्मी का मिलेगा आशीर्वाद
धनतेरस का पर्व 23 अक्टूबर (रविवार) को मनाया जाएगा। धनतेरस के दिन सोने-चांदी की चीजों को सर्वार्थ सिद्धि योग में खरीदना काफी शुभ माना जाता है और इसमें सभी सिद्धियों का वास होता है। सर्वार्थ सिद्धि योग को सबसे बड़ा मुहूर्त माना जाता है। धनतेरस का त्योहार नरक चतुर्दशी (छोटी दिवाली) से एक दिन पहले आता हैं। इस दिन माता लक्ष्मी, कुबेर और धनवंतरी की भी पूजा होती हैं। धनतेरस को धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता हैं। धनतेरस के दिन लोग सोने, चांदी के सिक्के, आभूषण और बर्तनों की खरीदारी करते हैं। इस दिन सोने,चांदी के आभूषण या सिक्के खरीदना काफी शुभ होता है। माना जाता है कि ऐसा करने से माता लक्ष्मी और भगवान कुबेर का आशीर्वाद प्राप्त होता है और घर में कभी भी पैसों की कमी नहीं होती हैं।
सर्वार्थ सिद्धि का शुभ मुहूर्त
धनतेरस पर्व का महत्व
शास्त्रों के अनुसार समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरि इसी दिन अपने हाथों में अमृत का कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसलिए इस दिन उनका पूजन किया जाता है। धनतेरस पर कुबेर यंत्र, श्री यंत्र प्रतिष्ठान और घर के मंदिर पर स्थापित करने का विधान है। ऐसा करने से कुबेर देवता और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही झाड़ू और धनिए के बीज खरीदना शुभ माना जाता है और प्रदोष काल में यम के नाम से दीपदान किया जाता है। धनतेरस के दिन सोना, चांदी, बर्तन, भूमि, वाहन खरीदना बहुत ही शुभ माना जाता हैं।
भगवान धनवंतरी की पूजा का शुभ मुहूर्त
धनतेरस की शुरुआत 22 अक्टूबर, शनिवार को शाम 6 बजकर 2 मिनट पर होगी और 23 अक्टूबर रविवार को शाम 6 बजकर 3 मिनट पर समाप्त होगी। धनतेरस का शुभ मुहूर्त 21 मिनट तक रहेगा, धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त 23 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 44 मिनट से 6 बजकर 05 मिनट तक रहेगा। प्रदोष काल का समय 23 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 44 मिनट से रात 8 बजकर 16 मिनट तक और वृषभ काल का समय शाम 6 बजकर 58 मिनट से रात 8 बजकर 54 मिनट तक रहेगा।
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